Mohabbat shayari ! मोहब्बत शायरी

यदि कोई श्रेणी है जिसने प्रेम को एक ट्रेडमार्क बना दिया है तो वह निश्चित रूप से Shayari का है। हर समय के महान लेखक जो इस भावना को किसी और से बेहतर शब्दों में बदलने में सक्षम हैं।

एक तरह का जादू जिसे हम मोहब्बत शायरी के इस छोटे से चयन में प्रस्तुत करना चाहते हैं । कालातीत शब्द जो अपनी सभी बारीकियों में प्रेम का अच्छी तरह से प्रतिनिधित्व करते हैं और जो सीधे दिल और दिल से बोलते हैं।

तो यहाँ अब तक की सबसे सुंदर और रोमांटिक मोहब्बत शायरी हैं जो हमें इस भावना से पैदा हुए सबसे मजबूत कंपन का एहसास कराएँगी। उन्हें अभी खोजें!

Mohabbat shayari

So here are the most beautiful Mohabbat shayari to dedicate to your loved one or to send to make them understand that they are always in our sweetest thoughts. Here they are!

तुम्हारे चेहरे से रोशन हो जाती हैं रातें मेरी, मुझे किसी चांद का इंतजार नहीं होता…!

और कुछ बेटियां अपने दिल का कतल कर सकती है.. अपने हाथो से ही अपनी चाहत को दफ़न कर सकती हैं…

Ye इतनी cuteness तुम्हारी ही है या उधार ले कर आते हो मरी ही जायेगे किसी दिन तुम पर …थोड़ा तो मेरा ख्याल किया करो,

ज़माने पे भरोसा करने वालों, सुनो…. भरोसे का जमाना जा रहा है…. Smile…..

जिससे पे बीतती है बस बही जानता है, के मुर्शिद…. अब ये दिल तस्सलियों से कहा मानता है…

जगह जगह मुह मारने वाले कहीं के नहीं रहते, फ़िर चाहे वो मर्द हो या औरत…..

कुछ चलता ही नहीं तेरे सिवा , तू मेरी आधारकार्ड हो जैसे.!!

अगर जान जाओ तुम मेरी अज़ीयत तो यकीन् मानों मुर्शिद तुम्हें मेरी हँसी पे तरस आए…..

उनपे रफ्ता रफ्ता हम मरने लगे, ज़रा ज़रा करते करते, बेपनाह प्यार करने लगे।।

मेरी ख्वाईश है के तुम मुझे ऐसे चाहो, मुर्शिद जैसे कोई दर्द मे सुकून चाहता हो,

ये चाँद को तोड़ कर जोड़ने वाले, ज़रा हम पर भी गौर कर हम तो टूटी हुए किस्मत ले कर बैठे हैं,

❛❛ज़रुरी नहीं शराफत के लिबास में हर शख्स शरीफ़ ही हो,

काले कपड़ो में हर कोई जादूगर ही नहीं होता।❜❜

❛❛नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से,

मैंने आने न दिया उसको कभी तेरी याद से पहले।❜❜

❛❛ज़ुबाँ तो खोल, नज़र तो मिला, जवाब तो दे,

मैं कितनी बार लुटा हूँ मुझे हिसाब तो दे।❜❜

❛❛कितने एश उड़ाते होगे कितने इतराते होगे,

जाने केसे लोग होगे जो उन्हें भाते होगे।❜❜

❛❛रात गुज़र गई फिर भी सवेरा नहीं था,

हां वो मेरा तो था मगर सिर्फ मेरा नहीं था।❜❜

❛❛ये जो हम इतने खुश मिजाज है ना

सब कमाल “चाय” का है।❜❜

❛❛जिसे तुम आम समझ कर छौड देते हो,

उसे कोई खास समझ कर अपना लेता है।❜❜

❛❛मोहब्बत तो सरे आम होती है,

वो जो बन्द कमरों में होता है उसे तो हवस कहते हैं।❜❜

❛❛रूह के रिश्तों की यही ख़ासियत है हुज़ूर,

महसूस हो ही जाती हैं कुछ अनकही बातें।❜❜

❛❛एक शोर है मुझ में,

जो खामोश बहुत है।❜❜

❛❛वो पसंद ही क्या साहब,

जिसको पसंद आने के लिये

खुद को बदलना पड़े।❜❜

❛❛मुहब्बत बुरी है, बुरी है मुहब्बत ऐसा लोग कहे जा रहे है,

गड्ढा है आगे सभी देखते, फिर भी उसी ओर चले जा रहे है।❜❜

❛❛चेहरा देख कर नही जान पाओगे हक़ीक़त मेरी,

कहीं पत्थर कहीं मोती तो कहीं आईना हूँ मैं।❜❜

❛❛नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से, मैंने आने न दिया उसको कभी तेरी याद से पहले।❜❜

❛❛सबूत हर इक बात का देना पड़ रहा है, भरोसा वाक़ई बुरे दौर से गुज़र रहा है।❜❜

❛❛ज़ुबाँ तो खोल, नज़र तो मिला, जवाब तो दे, मैं कितनी बार लुटा हूँ मुझे हिसाब तो दे।❜❜

❛❛मत पूछना ख़फ़ा होने का सबब मुझसे, कैसे-कैसे खेले हैं किस्मत ने खेल मुझसे।❜❜

❛❛वो सुना रहे थे अपनी वफाओं के किस्से, हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए।❜❜

❛❛कितने एश उड़ाते होगे कितने इतराते होगे,

जाने केसे लोग होगे जो उन्हें भाते होगे।❜

❛❛जिसे तुम आम समझ कर छौड देते हो,

उसे कोई खास समझ कर अपना लेता है।❜❜

❛❛शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना,

ग़मों की महफिल भी कमाल जमती है।❜❜

❛❛फरियाद कर रही है यह तरसी हुई निगाह,

देखे हुए किसी को ज़माना गुजर गया।❜❜

❛❛तेरा ख्याल भी आया ज़ेहन में तो मुकर जायेंगे,

ये तेरी गलतफहमी है कि हम अब भी तुझे चाहेंगे।❜❜

❛❛नहीं मिला कोई तुम जैसा आज तक,

पर ये सितम अलग है की मिले तुम भी नही।❜❜

❛❛कुछ लोग सदमे की तरह होते है,

जिनसे हम कभी उबर नही पाते।❜❜

❛❛जो तुम्हें रुला शकता है,

वो तुम्हें भूला भी शकता है।❜❜