हमारा नाम इतना भी कमजोर नहीं है कि, दो चार दुश्मनों की आवाज़ से बदनाम हो जाए.

सिर्फ उमर ही छोटी है, जजबा तो दुनिया को मुठ्ठी में करने का रखते है.

खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचाते हैं, पर दहशत हमेशा शेर की रहती है.

हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है, हम उमीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है.

वाक़िये तो अनगिनत हैं ज़िंदगी के, समझ नहीं आता कि किताब लिखूँ या हिसाब लिखूँ..

वाक़िफ़ कहाँ दुश्मन अब हमारी उड़ान से, वो कोई और थे जो हार गए तूफान से.

बिगड तो मैं उसी दिन गया था, जिस दिन पैदा होते ही नर्स ने kiss करके कहा था. Cute Boy.

Look ही Attitude वाली है, दिल में कोई घमंड नहीं हमारे.

अपनी औकात में रहना सीख बेटा.. वरना जो हमारी आँखों में खटकते है, वो श्मशान में भटकते है.

घायल शेर की साँसे उसकी दहाड़ से भी ज्यादा खतरनाक होती है.