Present By Apneshayar.com

❛❛वो खुद ही सवाल बनकर रह गया, जो कभी मेरी पूरी जिन्दगी का जवाब था।❜❜

नशा शराब का होता तो छूट भी जाता.... लत तुमारी मोहब्बत की लगी है जान के साथ ही जाएगी..!!

तेरी खुशी के ठिकाने बहुत होगे मगर,,,,,, मेरी बैचेनी की वजह सिर्फ तुम हो

इश्क़ वो भी करते हैं, जिनकी मुलाकातें नहीं होती

गजल तेरे हुस्न पे लिख तो दूँ मैं.. पर कोई दूसरा दोहराए तो मेरी जान जाती है...

प्यार तुझसे करते है तो, झगडा करने.. कहीं और थोड़ी ना जायेंगे.

रात भर करता रहा तेरी तारीफ चंद से, चांद इतना जला की सुबह तक सूरज हो गया

शायर से तुम उसके राज न पूछो ,, कल खुद ही लिख देगा बस तुम आज न पूछो.

मैं कहाँ से लाऊं, बता कहा बिकता है, वो नसीब जो तुझे उम्र भर के लिए मेरा कर दे..

बुला के अपने पास सारे गम दुर कर दो, में तुमसे जुदा न हो पाउ इतना मजबूर कर दो।

वफादार और तुम....? ख्याल अच्छा है, बेवफा और हम.....? इल्जाम भी अच्छा है..!!

तरक्की मिल रही है शायरी में हमें , तुम्हारा जिक्र मंहगा बिक रहा है!! 

लफ्जों में तेरा ज़िक्र,,, यादों में तेरा शोर है ...