रथयात्रा क्यों मनाई जाती है ? What is rathyatra
रथयात्रा का पर्व हर साल बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है ! अब की रथयात्रा का पावन दिन आने को ही है तो बहुत से लोगो के मन मे यह सवाल होंगे कि रथयात्रा क्यों मनाते है ? रथयात्रा क्या है ? और कब मनाया जाता है
तो आओ आज विस्तार से जाने रथयात्रा के साथ जुड़े कुछ रोचक तथ्य और यह भी जाने कि rathyatra kya hai, aur rathyatra kyu manayi jati hai
रथयात्रा क्या है ? | What is rathytra ?
रथयात्रा हिन्दू घर्म में आस्था रखनेवाले लोगो द्वारा मआये जानेवाला पर्व है । यह भगवान जगन्नाथ का त्योहार है ! मगर यह बाकी हिन्दू पर्वो से काफी अलग है इसका मुख्य कारण यह है कि इसको किसी मंदिर या किसके के घर मे आरती या पूजा या हवन करके नही मनाया जाता । रथयात्रा को शहर या गाँव मे धूमधाम के साथ भगवान का रथ निकालकर सार्वजनिक तरीके से मनाया जाता है । एक रोचक बात यह भी है कि परंपरा के हिसाब से यह 10 दिन का पर्व है मगर समय के साथ यह कम होकर बस एक दिन का रह गया है
यह पर्व भगवान जगन्नाथ की आस्था में मनाया जाता है । इस त्योहार के साथ उड़ीसा के पूरी शहर का नाम जुड़ा हुआ है क्यों कि यह शहर भगवान जगन्नाथ की प्रमुख लीला भूमी है ! पूरी की जगन्नाथ यात्रा भी विश्व भर में विख्यात है जिसको देखने हर साल हज़ारो विदेसी भी आते है । इस जगह को जगन्नाथपूरी भी कहते है
रथयात्रा कब मनाते है ?
पंचांग के अनुसार आषाढ़ शुक्ल की द्वितीया को रथयात्रा जंघनाथपुरी से शरू होती है जो कि दश दिन तक चलती है। कहते है इन दिनों भगवान यानी दसमी तक प्रभु भक्तो के बीच वास करते है !
जगन्नाथ भगवान को कान्हा और राधा की युगल मूर्ति का स्वरूप कहा गया है ! रथयात्रा के रथ को नीम के पेड़ के लकड़े से बनाया जाता है और एक रोचक बात यह है कि मान्यता के अनुसार रथ में एक भी कील नही होनी चाहिए ।
रथयात्रा क्यों मनाई जाती है ?
ऐसा कहा गया है कि जगन्नाथ जी कि बहन शुभद्रा ने द्वारका दर्शन की इच्छा प्रकट की थी और इसलिए स्वयं भगवान रथ लेकर सुभद्रा को द्वारका दर्शन के लिए ले गए थे ।
आज कल ज्यादातर शहरों में जगन्नाथजी की सवारी निकलती है तो उसमें बस एक रथ होता है मगर मूल तौर पर तीन रथ हुआ करते थे। बलराम जी का, कृष्ण का और एक रात उनकी बहन का ।
रथयात्रा की उजवणी कैसे होती है ? या कैसे मनाया जाता है ?
सबसे पहले नीम के लकड़े से बने तीनो रथ की सोने के जाडु से साफ सफाई की जाती है और फिर जरूरी अनुष्ठान करने के बाद भक्त रथ को अपने हाथों से खींचकर नगर यात्रा कराते है । और बाकी भक्त रास्ते से जा रहे रथ को अपने वंदन देते है और प्राथर्ना करने है ।
क्या इस साल रथयात्रा होगी ?
बहुत से लोगो के मन में यह भी सवाल होगा कि इस आल क्या covid के चलते रथयात्रा की मंजूरी (permission) है कि नहीं ?
तो हा इस साल भी रथयात्रा निकाली जाएगी मगर भक्तो को भीड जमा करने से रोकने के लिए उन रास्तो पर curfew लगा दिया जाएगा । बहुत सी जगहों पर iscon group रथयात्रा का संचालन करनेवाला है
कुछ और बातें
जगन्नाथपुरी के अलावा अहमदाबाद (ahmedabad) में भी काफी धूम धाम के साथ रथयात्रा निकाली जाती है
रथयात्रा आज है या कल
कुछ जगहों पर आज मनाया जाएगा पर ज्यादातर शहरों में कल है यानी 12 तारीख को
रथयात्रा curfew कब है
रथयात्रा curfew कब है , कब से है ?
Curfew kal hai 12 ko
Rathyatra curfew kab tak rahega ?
Jab tak yatra samapt nahi ho jati